आज वृद्धजन आवास अमेठी में एच.ओ.डी एवं प्रमुख सचिव आदरणीय डॉ. हरिओम सर के द्वारा निरीक्षण किया गया, वृद्धजनो से सवांद के साथ ही सभी गतिविधि का अवलोकन किया। वृद्धजनो को फल वितरण किया
एकदिवसीय प्रशिक्षण सत्र में दिनांक 16 दिसंबर 2023 को कल्याण भवन समाज कल्याण निदेशालय लखनऊ में प्रतिभाग करते 25 जनपदों के प्रबंधक एवं केयरटेकर ।
कार्यक्रम की शुरुआत में स्वागत एवं दीप प्रज्जवलन के साथ हुई। इसके बाद विभागीय त्रैमासिक पत्रिका 'कल्याणी' का भी विमोचन किया गया। इस दौरान इस दौरान विभाग द्वारा स्टॉल लगाकर विभागीय योजनाओं की जानकारी दी जाएगी, जिससे सभी योजनाओं का समुचित लाभ उठा सकें। इस अवसर पर डॉ. हरिओम, प्रमुख सचिव, समाज कल्याण विभाग ने भी विचार रखे।
समाज कल्याण विभाग की तरफ से वरिष्ठजनों को बेहतर कल देने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। सभी सुविधाएं देने के साथ विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से वरिष्ठजनों के मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा रहा है। इसी क्रम में देखभाल कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग दी जा रही है, जिससे वह वरिष्ठजनों के मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में उनकी मदद कर सकें
समाज कल्याण विभाग की ओर से वरिष्ठजनों के लिए प्रदेश भर में 75 वृद्धाश्रम संचालित किए जा रहे हैं। वरिष्ठजनों के मानसिक स्वास्थ्य को देखते हुए शनिवार को समाज कल्याण विभाग और हेल्पेज इंडिया के सहयोग से एक दिवसीय कार्यशाला हुई। ‘सार्थक’ एक पहल के तहत निदेशालय समाज कल्याण के सभागार में हुई कार्यशाला का उद्देश्य देखभाल कार्यकर्ताओं की क्षमताओं का विकास करना था, जिससे वे वृद्धाश्रम में रहने वाले वरिष्ठजनों की मानसिक समस्याओं को समझ सकें और उनके मानसिक स्वास्थ्य को समझकर बेहतर बना सकें। कार्यक्रम दो सत्रों में आयोजित किया गया, जिसमें उत्तर प्रदेश के 5 वृद्धाश्रमों से लगभग 125 कार्यकर्ता मौजूद रहे।
कार्यक्रम का शुभारम्भ हेल्पेज इंडिया के निदेशक एवं राज्य-प्रमुख अशोक कुमार सिंह जी ने किया। इस अवसर पर हेल्पेज इंडिया दिल्ली से स्वास्थ्य विभाग की मिशन हेड डॉ. रितु राणा जी, हेल्पेज इंडिया से संयुक्त निदेशक प्रेम पोद्दार जी मौजूद रहे।
निदेशक समाज कल्याण उत्तर प्रदेश से श्री कुमार प्रशांत जी ने वृद्धाश्रम के प्रबंधकों से कार्यशाला में बताये गये बहुमूल्य सुझावों पर अमल करने को कहा। उन्होंने वरिष्ठजनों के लिए महत्वपूर्ण योजनाओं के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि वृद्धाश्रम में नि:शुल्क आवास, पौष्टिक आहार, मौसम अनुकूल वस्त्र और बीमारी की स्थिति में दवाईयां आदि उपलब्ध करवाई जाती है। इसके अलावा भविष्य में विविध गतिविधियां भी करवाएंगे, जिसके उन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सके। मानसिक एवं वृद्धावस्था विभाग मेडिकल कॉलेज से अडिशनल प्रोफेसर डॉ. शैलेंद्र त्रिपाठी जी ने वरिष्ठजनों के मानसिक स्वास्थ्य के पहलुओं जैसे डिप्रेशन, चिंता और डिमेंशिया में देखभालकर्ताओं की भूमिका पर विचार रखे। जिला समाज कल्याण अधिकारी सुश्री अनामिका सिंह जी ने भी अपने विचार रखे।