संस्कृति और परपंरा को संजोए दिखी वरिष्ठजनों की रामलीला , वरिष्ठजनों ने मंच पर उतारे रामायण के पात्र, लखनऊ, 10 नवंबर 2023 , भए प्रगट कृपाला दीन दयाला, कौशल्या हितकारी... के प्रसंग को जब वरिष्टजनों ने मंच पर प्रस्तुत किया तो ओपन एम्फी थियेटर, रिवर फ्रंट, गोमती नगर जय श्रीराम और पुरुषोत्तम राम के जयघोष से गूंज उठा। शुक्रवार को समाज कल्याण विभाग, उत्तर प्रदेश एवं मदर सेवा संस्थान लखनऊ के संयुक्त तत्वावधान में हुए सीनियर सिटीजन की "रामलीला का मंचन" कार्यक्रम में भगवान राम के जन्म और उनकी लीलाओं को देख सभी मंत्रमुग्ध हो गए। मंच पर प्रस्तुति वृद्धाश्रम में निवासरत वरिष्ठजनों ने दी। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रख्यात फिल्म अभिनेता एवं रंगकर्मी डॉ. अनिल कुमार रस्तोगी रहे। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि श्री असीम अरुण, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) समाज कल्याण विभाग, श्री संजीव कुमार गोंड, राज्यमंत्री, समाज कल्याण विभाग मौजूद रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत में स्वागत एवं दीप प्रज्जवलन के साथ हुई। इसके बाद विभागीय त्रैमासिक पत्रिका 'कल्याणी' का भी विमोचन किया गया। इस दौरान इस दौरान विभाग द्वारा स्टॉल लगाकर विभागीय योजनाओं की जानकारी दी जाएगी, जिससे सभी योजनाओं का समुचित लाभ उठा सकें। इस अवसर पर डॉ. हरिओम, प्रमुख सचिव, समाज कल्याण विभाग ने भी विचार रखे।
कार्यक्रम के दौरान वृद्धजनों को सम्माजनक जीवन देने और उनकी नैसर्गिक क्षमताओं को बढ़ाने के उद्देश्य से रामलीला का मंचन किया गया। श्री असीम अरुण की परिकल्पना को साकार रूप देने के लिए मदर सेवा संस्थान द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त सार्वजनिक शिक्षोन्नयन संस्थान वृद्धाश्रम के वरिष्ठजनों ने रामलीला का मंचन किया, जिसका निर्देशन श्री महेश चन्द्र देवा, फिल्म अभिनेता एवं रंगकर्मी ने किया। इसमें राम जन्म का प्रसंग दिखाया गया। राजा दशरथ की तीन रानियों द्वारा चार पुत्रों के जन्म से बधाईयां गूंजी। मंच पर जन्म के बाद नामकरण, विश्वामित्र आगमन, ताड़का, सुबाहु मारीच वध लीला के भावपूर्ण दृश्य ने भी भाव विभोर कर दिया। वरिष्ठजनों ने मंचन से हमारी संस्कृति एवं आदर्शों के संरक्षण का संदेश दिया। मंचन के बाद प्रमाण पत्र बांटे गए। कार्यक्रम के समापन पर श्री प्रकाश बिंदु, निदेशक, समाज कल्याण ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।
अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस ( दादा दादी-नाना नानी) पर रविवार को समाज कल्याण विभाग द्वारा, हेल्पेज इंडिया और वरिष्ठ नागरिक महासमिति के तत्वावधान में भागीदारी भवन में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री बृजेश पाठक, उप-मुख्यमंत्री उप्र सरकार रहे। इस मौके पर अति विशिष्ट अतिथि श्री असीम अरुण, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) समाज कल्याण विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार, उत्तर प्रदेश सरकार, श्री पवन कुमार, निदेशक, समाज कल्याण विभाग, पद्मश्री डॉ. विद्या विंदु सिंह, श्री श्याम पाल सिंह, अध्यक्ष, वरिष्ठ नागरिक महासमिति, श्रीमती ज्योत्सना अरुण, श्री एके सिंह, निदेशक, हेल्पेज इंडिया मौजूद रहे। सभी अतिथियों ने कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्जवलन करके किया।
कार्यक्रम के पहले सत्र में मुख्य अतिथि श्री उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री असीम अरुण द्वारा 100 वर्ष पूरा कर चुके श्री राम लखन अवस्थी, श्री जगदीश प्रसाद को शतायु सम्मान से सम्मानित किया गया। इसके साथ ही ऐसे वरिष्ठ नागरिकों को, जो 75 वर्ष से अधिक आयु पूरा कर चुके हैं और समाज में रचनात्मक योगदान दे रहे हैं, उन्हें 'स्वर्ण आयु विशिष्ट सेवा सम्मान' प्रदान करते हुए आशीर्वाद प्राप्त किया गया। कार्यक्रम के दौरान श्री चंद्रमा प्रसाद द्वारा कविता पाठ और वरिष्ठ नागरिक समिति के श्री केसी मिश्रा द्वारा भजन प्रस्तुत किया गया।
विशिष्ट अतिथि श्री असीम अरूण, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) समाज कल्याण विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि पूरे देश में केंद्र और राज्य सरकार सबका साथ, सबका विकास के संकल्प के साथ काम कर रही है। योगी सरकार वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य, सुरक्षा, सम्मान के लिए प्रतिबद्ध है। वरिष्ठ नागरिकों का ध्यान रखते हुए समाज कल्याण विभाग द्वारा माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों का भरण पोषण तथा कल्याण अधिनियम और राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन की व्यवस्था की गई है। समाज कल्याण विभाग द्वारा 55 लाख वरिष्ठजनों को पेंशन दी जा रही है। वहीं 4 लाख वरिष्ठजनों को पेंशन से जोड़ा है।
मुख्य अतिथि श्री बृजेश पाठक, उप-मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार ने आशीर्वचन देते हुए सभा में कहा कि हमारी सनातन संस्कृति के पीछे वरिष्ठजनों का हाथ है। बगैर वरिष्ठजनों के न ही हमारा समाज चल सकता है न ही हम कुछ कार्य कर सकते हैं। यही वजह है कि आज हमारी संस्कृति बदली नहीं है बल्कि वरिष्ठजनों के सहयोग से मजबूत होती जा रही है, जिससे आज भारत देश दुनिया के पैमाने पर आगे बढ़ रहा है। यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम सभी बुजुर्गों को मुख्यधारा से जोड़े रखें। उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि अस्पताल में जरूरत पड़ने पर वह वरिष्ठजनों के सहयोग के लिए हमेशा खड़े रहेंगे।
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में सीएमएस, आरडीएसओ शाखा के बच्चों और युवाओं ने वरिष्ठजनों का सम्मान करने की प्रतिज्ञा ली। सीएमएस के छात्रों ने 'अपने मां-बाप का तू दिल न दुखा' पर मनमोहक कव्वाली प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के अंत में श्री उपेन्द्र बाजपेयी, महासचिव, वरिष्ठ नागरिक महासमिति, उत्तर प्रदेश ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।